कोलार, प्रदेश भर में जारी भारी बारिश से अनेकों शहर, गाँव जलमग्न हो गए है। राजधानी का उपनगर कोलार भी भारी बारिश के कारण बाढ़ जैसी स्थिति में आ गया है। प्रशासनिक लापरवाही ने स्थिति को और गम्भीर कर दिया है। जनता की प्रशासन सुनवाई नही कर रहा है। जनता अपने को असहाय महसूस कर रही है। विकास की कलई खुल गयी है , नाले उफान पर है सड़कों से पानी दुकान और घरों में घुस रहा है।
क्षेत्र की बिगड़ती हालत की जानकारी मिलते है कांग्रेस नेता ज्ञानचंदानी पीड़ितों से मिलने उनके घरों, दुकानों पर पहुंचे। उन्होंने ललिता नगर, अब्बास नगर, गणेश नगर, गेहूखेड़ा, वरुण नगर, मन्दकिनी क्षेत्र का दौरा किया।
ज्ञानचंदानी ने Kolar18.com से चर्चा में बताया की क्षेत्र में स्थिति बहुत ख़राब है, लोग शिकायत कर रहे प्रशासन सुनवाई नहीं कर रहा है। उन्होंने आरोप लगाया है विकास के नाम पर क्षेत्र के साथ धोखा किया जा रहा है। नाले-नालियों पर अतिक्रमण है अवैध वसूली कर उन्हें नहीं हटाया जा रहा है।
जिनके घरों और दुकानों मे पानी घुसा है, सभी को नुकसान हुआ है, प्रशासन तत्काल मुआवजा दे जिससे जनता को राहत मिल सके।
युवा कार्यकर्ता इंजीनियर राहुल बबेले का कहना था ठेकेदार मनमर्जी से कार्य करते है, उनके कार्य का इंजीनियर रिव्यू नहीं करते है बिना जांच के NOC जारी कर देते है। जिस कारण सड़के बरसात में टूट जाती है।