भोपाल, उपनगर के कोलार में चौतरफा विकास कार्यों की चुनावी बहार आ गई है, पहले से जारी सीवेज और घर घर नल योजना भी धीमे धीमे आगे बढ़ रही है। कोलार सिक्स लेन के साथ हैलीपेड, बस स्टैंड, मेट्रो टर्मिनल, सिक्स लेन मार्ग में आने वाले आने वाले केरवा नदी, कलियासोत नदी सहित नालों पर लगभग 20 स्थानों पर पुल-पुलियों का चौड़ीकरण, उनके आसपास गार्डन निर्माण, हिनोतिया नहर मार्ग,नहर का चैनेराइजेशन, विनीत कुंज मार्ग हर गाली मोहल्ले की सड़कों पर led लाइट सहित अनेकों कार्य एक साथ चालू हो गए है।
तोड़ फोड़ के लिए स्थान चिन्हित
लाल निशान और उन पर लिखें 2 से 19 फिट तक पूरी कोलार मेन रोड पर देखें जा रहे है, इनायतपुर तक पहुंच चुके सड़क के एक तरफ निर्माण कार्य के लिए दर्जनों स्थान पर मकान, दुकान, फेंसिंग,गुमठी आदि को हटा कर जमीन खाली कराई जा चुकी है।
पीठे वाली नहर से शुरू होगा हल्ला?
उपनगर क्षेत्र में मेन रोड पर घनी आबादी क्षेत्र पीठे वाली नहर के पास संस्कार उपवन से शुरू होता है और सर्वर्धम ब्रिज तक जाता है। इस बीज में राजनीतिक दलों से जुड़े प्रभावशाली और क्षेत्र के प्रतिष्ठित प्रतिष्ठान, अस्पताल, स्कूल आ रहे है। लगभग 200 से ज्यादा दुकानें है जिनके ऊपर मकान भी है। जिनका कुछ हिस्सा या कई स्थान पर पूरी व्यावसयिक जगह तोड़फोड़ के लिए लगाये गए निशान अनुसार टूट रही है।
असमंज में व्यापारी और रहवासी, कर रहे हंगामें की तैयारी
क्षेत्र की प्रतिष्ठित समाजसेवी ने कहा है संस्था की दीवार पर 16 फीट लिखकर लाल निशान लगा दिया गया है। संस्था विगत 20 वर्षो से इस स्थान से सेवा कार्य कर रही है, जमीन अधिकृत सोसायटी से खरीदी गई है, नगर पालिका काल में बिल्डिंग परमिशन के साथ बनी जब से नगर निगम बनी पूरा कर्मिशयल टैक्स जमा कर रहे है। अभी तक हमें किसी तरह का सरकारी नोटिस नही आया है की निर्माण हटाया जाये। बिना नोटिस और जांच के निर्माण नहीं टूटने देंगे।
काँग्रेस ने की मांग विधायक जनता के बीच आये और सच्चाई बताये
कांग्रेस नेता राहुल सिंह राठौड़ का कहना है जनता असमंजस में है जब मुख्यमंत्री ने सिक्स लेन सड़क का उद्घाटन किया है तो निर्माण सिक्स लेन का ही होना चाहिए। जब स्थान उपलब्ध नही था तो बिना प्लानिंग के कार्य चालू क्यों किया गया? क्या अधूरा विकास दिखाकर जनता को गुमराह किया जा रहा है? मकान, दुकान तोड़ कर जनता के साथ धोखा कर रहे जनप्रतिनिधि, कांग्रेस मांग करती है विधायक प्रभावित जनता से मिले और उन्हें बताये कितना निर्माण तोड़ा जा रहा है? कितना मुआवजा उन्हें मिलेगा?