बिपरजॉय तूफान ले चुका है विकराल रूप:मौसम विभाग

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दिल्ली, पूर्वी मध्य अरब सागर के ऊपर बना शक्तिशाली चक्रवाती तूफान ‘बिपारजॉय ’ पिछले छह घंटों के दौरान नौ
किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तर के साथ उत्तर-उत्तर-पूर्व की ओर बढ़ा है और बेहद विध्वंसक चक्रवात में बदल गया है।
भारतीय मौसम विभाग(आईएमडी) ने रविवार को जारी एक बुलेटिन में कहा, “शक्तिशाली चक्रवाती तूफान आज सुबह
05़ 30 घंटे पहले उसी क्षेत्र अक्षांश 17.9 ° उत्तर और देशांतर 67.4 ° पूर्व, मुंबई से लगभग 580 किमी पश्चिम-दक्षिण
पश्चिम, 480 किलोमीटर दक्षिण-पश्चिम , पोरबंदर के दक्षिण-पश्चिम में, देवभूमि द्वारका से 530 किमी दक्षिण-दक्षिण पश्चिम में, नलिया से 610 किमी दक्षिण-दक्षिण पश्चिम में और कराची (पाकिस्तान) से 780 किमी दक्षिण में था।
इसके 14 जून की सुबह तक लगभग उत्तर की ओर बढ़ने की संभावना है, फिर उत्तर-पूर्व की ओर बढ़ते हुए सौराष्ट्र
और कच्छ साथ ही लगते हुए पाकिस्तान के तटीय इलाकों मांडवी (गुजरात) तथा कराची (पाकिस्तान )से गुजरेगा। इसके
बाद 15 जून को 125 से 135 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार के 150 किलोमीटर प्रतिघंटा में बदल कर एक भीषण
चक्रवाती तूफान में बदलने की आशंका है। इस जबरदस्त चक्रवाती तूफान के कारण गुजरात में भारी बारिश होने की
चेतावनी जारी की गयी है। इस क्रम में 14 जून को गुजरात के कच्छ, देवभूमि द्वारका, पोरबंदर, जामनगर, राजकोट, जूनागढ़ और मोरबी जिलों में भारी वर्षा की चेतावनी है जबकि कच्छ, देवभूमि द्वारका, पोरबंदर साथ ही सौराष्ट्र और कच्छ के जामनगर,राजकोट, जूनागढ़ और मोरबी जिले में अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा के साथ अधिकांश स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा होने के आसार हैं। कच्छ, देवभूमि द्वारका और जामनगर में कुछ स्थानों पर 15 जून को भारी से बहुत भारी वर्षा और अलग-अलग स्थानों पर अत्यधिक भारी वर्षा साथ ही पोरबंदर, राजकोट, मोरबी और जूनागढ़ में कुछ स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा होने का अनुमान है। इतना ही नहीं 15 जून को सौराष्ट्र और उत्तर गुजरात क्षेत्र के शेष जिलों में भारी बारिश होने का अनुमान है। पूर्व मध्य और इससे सटे पश्चिम मध्य और पूर्वोत्तर अरब सागर में आज 160-175 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से लेकर 195 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल रही हैं और कल 150-165 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से लेकर 185 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने का अनुमान है। बुलेटिन मे कहा गया कि कच्छ , देवभूमि द्वारका, पाेरबंदर, जामनगर और मोरबी जिलों में चेतावनी है। जिस समय यह तूफान जमीन से टकरायेगा उस समय इन जिलों के निचले इलाकों में दो मीटर ऊंची ज्वारीय लहरें उठने की आशंका है।

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