दिल्ली। संसद में जारी गतिरोध के बीच विपक्षी दलों का गठबंधन I.N.D.I.A. बुधवार को अविश्वास प्रस्ताव लाने जा रहा है। सरकार के पास पूर्ण बहुमत है और ऐसे में किसी भी अविश्वास प्रस्ताव का कोई अर्थ नहीं होगा। दरअसल, विपक्ष मणिपुर मुद्दे पर संसद में चर्चा चाहता है और मांग कर रहा है कि स्वयं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जवाब दे। सरकार चर्चा के लिए तैयार है, फिर भी विपक्ष हंगामा कर रहा है और इस कारण, संसद के मानसून सत्र में कोई काम नहीं हो पाया है। मौजूदा लोकसभा (17वीं) में यह पहली बार होगा, जब मोदी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया जा रहा है। इससे पहले 16वीं लोकसभा में 20 जुलाई 2018 को अविश्वास प्रस्ताव लाया गया था, जिसमें एनडीए सरकार ने 126 के मुकाबले 325 मतों से बहुमत साबित किया था।
अविश्वास प्रस्ताव पर सरकार की प्रतिक्रिया
संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा, “विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव लाने के बारे में जानकारी नहीं है, लेकिन अगर वे ऐसा कर रहे हैं तो उन्हें पता होना चाहिए कि पिछली बार जब वे अविश्वास प्रस्ताव लाए थे तो भाजपा 300 से अधिक सीटों के साथ मजबूत बहुमत के साथ सत्ता में वापस आई थी। इस बार अविश्वास प्रस्ताव लाए तो हमें 350 से अधिक सीटें मिलेंगी।”
मोदी सरकार के पास स्पष्ट बहुमत, नजर नहीं आएंगे राहुल गांधी
लोकसभा की 543 सीटों में से फिलहाल पांच रिक्त हैं, जिसमें राहुल गांधी की वायनाड सीट भी शामिल है।
मतलब इस बार अविश्वास प्रस्ताव के दौरान राहुल गांधी लोकसभा में नजर नहीं आएंगे।
मौजूदा स्थिति में NDA के पास लोकसभा में 330 से अधिक सदस्य हैं, जबकि बहुमत का आंकड़ा 272 का है।
वहीं I.N.D.I.A. में शामिल दलों के पास लगभग 150 सांसद हैं।
वाईएसआर कांग्रेस, बीजेडी, भारत राष्ट्र समिति जैसे दलों के 60 से अधिक सांसद हैं और वे इन दोनों खेमों से बाहर हैं।
अविश्वास प्रस्ताव को लेकर क्या है नियम
सदन में प्रस्ताव स्वीकार हो जाता है तो स्पीकर अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के साथ वोटिग की तारीख की घोषणा करते हैं।
नियमानुसार प्रस्ताव स्वीकार होने के दिन से 10 दिनों के भीतर अविश्वास प्रस्ताव का निपटारा होना जरूरी है।
अविश्वास प्रस्ताव को मिला 50 सांसदों का समर्थन
अविश्वास प्रस्ताव को पेश करने से पहले 50 सांसदों का समर्थन जरूरी है। कांग्रेस ने यह समर्थन जुटा लिया है। इसका अर्थ यह है कि आज लोकसभा में प्रस्ताव पेश करने में कोई समस्या नहीं होगी।
कांग्रेस ने तैयार किया अविश्वास प्रस्ताव नोटिस
मणिपुर पर संसद में गतिरोध के बीच विपक्ष बुधवार को मोदी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने जा रहा है। लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने मंगलवार रात ये एलान किया। उन्होंने कहा कि सुबह 10 बजे नोटिस लोकसभा अध्यक्ष को सौंपा जाएगा।