Sport News: बीसीसीआई ने बड़ा एक्शन लेते हुए ईशान किशन और श्रेयस अय्यर को सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट की लिस्ट से हटा दिया है. लगातार मिल रही चेतावनी के बावजूद ईशान किशन और श्रेयस अय्यर ने रणजी ट्रॉफी को अनदेखा किया. अब दोनों खिलाड़ी बीसीसीआई की सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट लिस्ट का हिस्सा नहीं हैं. बीसीसीआई ने सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट वाले खिलाड़ियों की नई लिस्ट जारी की है. ए प्लस ग्रेड में विराट कोहली, रोहित शर्मा और जसप्रीत बुमराह के अलावा रवींद्र जडेजा को भी जगह दी गई है. इन खिलाड़ियों को सलाना बीसीसीआई की ओर से 7 करोड़ रुपये सैलरी दी जाती है. ए ग्रेड में 6 बी ग्रेड में 5 खिलाड़ियों की जगह मिली है, जबकि सी ग्रेड में 15 खिलाड़ियों को रखा गया है.
बीसीसीआई ईशान किशन और श्रेयस अय्यर के रवैए से नाराज था. दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ सीरीज से ब्रेक लेने के बाद लगातार किशन को वापसी करने के लिए रणजी ट्रॉफी खेलने की हिदायत दी जा रही थी. लेकिन किशन ने बीसीसीआई को अनदेखा करते हुए झारखंड की ओर से एक भी रणजी मैच में हिस्सा नहीं लिया. बीसीसीआई ने साफ कर दिया था कि जो भी खिलाड़ी नेशनल ड्यूटी पर नहीं हैं उन्हें रणजी ट्रॉफी में हिस्सा लेना होगा.
अय्यर और किशन पर मंडराए खतरे के बादल
श्रेयस अय्यर हालांकि अलग ही विवाद में फंस गए. अय्यर को खराब प्रदर्शन की वजह से इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज से ड्रॉप कर दिया गया. अय्यर ने रणजी ट्रॉफी नहीं खेलने के लिए चोटिल होने का बहाना बनाया. लेकिन नेशनल क्रिकेट एकेडमी ने अय्यर के झूठ की पोल खोल दी. एनसीए ने साफ कर दिया कि अय्यर मैच फिट हैं और उन्हें खेलने में किसी भी तरह की कोई समस्या नहीं है.
सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट से बाहर होने के बाद अब अय्यर और किशन का टीम इंडिया में भविष्य भी खतरे के घेरे में आ गया है. रोहित शर्मा ने हाल ही साफ किया है कि जो भी खिलाड़ी खेलने की भूख नहीं रखते हैं उन पर टीम मैनेजमेंट समय खराब नहीं करेगा. बीसीसीआई ने इन दोनों खिलाड़ियों पर कार्रवाई करके ये मैसेज भी दे दिया है कि किसी भी कीमत पर घरेलू क्रिकेट को अनदेखा नहीं किया जा सकता है.