चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान आज मानेकशॉ सेंटर, नई दिल्ली में शीर्ष स्तरीय त्रि-सेवा वित्तीय सम्मेलन की अध्यक्षता करेंगे। इस सम्मेलन का उद्देश्य सशस्त्र बलों के वित्तीय मुद्दों में सामंजस्य और तालमेल बढ़ाना है। इसमें रक्षा मंत्रालय, रक्षा मंत्रालय (वित्त), रक्षा लेखा महानियंत्रक, एकीकृत वित्तीय सलाहकार सेवाएं, सरकारी ई-मार्केटप्लेस, सेवा मुख्यालय और भारतीय तटरक्षक मुख्यालय के वरिष्ठ अधिकारी भाग लेंगे। इसमें सीडीएस भी मुख्य भाषण देंगे। सशस्त्र बलों में एकीकरण और संयुक्तता पर चल रहे अभियान के लिए निर्धारित उद्देश्यों के अनुरूप, इस सम्मेलन का समन्वयन मुख्यालय आईडीएस कर रहा है ताकि वित्तीय मुद्दों पर सहयोग बढ़ाया जा सके और अधिक तालमेल हो सके। इस सम्मेलन में रक्षा वित्त में विभिन्न हितधारकों के दृष्टिकोण को समझने और रक्षा खरीद में आने वाली चुनौतियों का समाधान खोजने के पहलुओं पर चर्चा होगी। वित्तीय सलाहकार (रक्षा सेवाएं) और महानिदेशक (अधिग्रहण) भी शीघ्र खरीद में अपने संगठनों द्वारा की गई भूमिकाओं और कार्यों पर विशिष्ट वार्ता करेंगे। इस शीर्ष स्तरीय सम्मेलन में सभी हितधारक – रक्षा मंत्रालय, रक्षा मंत्रालय (वित्त), मुख्यालय एकीकृत रक्षा स्टाफ, सेवा मुख्यालय, तटरक्षक और रक्षा लेखा महानियंत्रक शामिल होंगे।

चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान आज मानेकशॉ सेंटर, नई दिल्ली में शीर्ष स्तरीय त्रि-सेवा वित्तीय सम्मेलन की अध्यक्षता करेंगे। इस सम्मेलन का उद्देश्य सशस्त्र बलों के वित्तीय मुद्दों में सामंजस्य और तालमेल बढ़ाना है। इसमें रक्षा मंत्रालय, रक्षा मंत्रालय (वित्त), रक्षा लेखा महानियंत्रक, एकीकृत वित्तीय सलाहकार सेवाएं, सरकारी ई-मार्केटप्लेस, सेवा मुख्यालय और भारतीय तटरक्षक मुख्यालय के वरिष्ठ अधिकारी भाग लेंगे। इसमें सीडीएस भी मुख्य भाषण देंगे।

सशस्त्र बलों में एकीकरण और संयुक्तता पर चल रहे अभियान के लिए निर्धारित उद्देश्यों के अनुरूप, इस सम्मेलन का समन्वयन मुख्यालय आईडीएस कर रहा है ताकि वित्तीय मुद्दों पर सहयोग बढ़ाया जा सके और अधिक तालमेल हो सके। इस सम्मेलन में रक्षा वित्त में विभिन्न हितधारकों के दृष्टिकोण को समझने और रक्षा खरीद में आने वाली चुनौतियों का समाधान खोजने के पहलुओं पर चर्चा होगी। वित्तीय सलाहकार (रक्षा सेवाएं) और महानिदेशक (अधिग्रहण) भी शीघ्र खरीद में अपने संगठनों द्वारा की गई भूमिकाओं और कार्यों पर विशिष्ट वार्ता करेंगे।

इस शीर्ष स्तरीय सम्मेलन में सभी हितधारक – रक्षा मंत्रालय, रक्षा मंत्रालय (वित्त), मुख्यालय एकीकृत रक्षा स्टाफ, सेवा मुख्यालय, तटरक्षक और रक्षा लेखा महानियंत्रक शामिल होंगे।

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