मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि महात्मा गांधी के असीम योगदान ने भारत को दुनिया में एक अलग पहचान दी। वे ऐसे विलक्षण व्यक्तित्व के धनी थे, जिन्होंने अहिंसा के मार्ग पर चलकर उस शक्ति को परास्त किया, जिसका विश्व में कभी सूर्यास्त नहीं होता था। उन्होंने भारत की संस्कृति को पृथक दृष्टिकोण से विश्व के सम्मुख रखा। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने यह विचार महात्मा गांधी की जयंती 2 अक्टूबर के अवसर पर कुशाभाऊ ठाकरे सभागार परिसर स्थित उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण के बाद कही।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि महात्मा गांधी ने अनेक मोर्चो पर संघर्ष किया। आजादी के लिए संघर्ष के साथ-साथ असमानता के विरुद्ध लड़ाई लड़ने और स्वच्छता के प्रति जागरूकता के लिए भी उन्होंने प्रयास किया। समयबद्धता और स्वदेशी के प्रति आग्रह ऐसे आयाम थे, जिनके माध्यम से वे भारत को सशक्त कर भारत वासियों का जीवन बदलना चाहते थे।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने इन्हीं बिंदुओं को मूर्त रूप देते हुए देशवासियों से स्वच्छता पखवाड़ा मनाने का आग्रह किया। प्रधानमंत्री मोदी द्वारा दिए गए “सबका साथ- सबका विकास” के मूल मंत्र में महात्मा गांधी द्वारा दिखाए मार्ग के सभी तत्व विद्यमान है। महात्मा गांधी द्वारा दिखाया गया मार्ग और उनका दर्शन आज की परिस्थितियों में भी बहुत अधिक प्रासंगिक है। प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में सादगी पूर्ण जीवन, स्वदेशी तथा हस्त-शिल्प को अपनाते हुए, भारत दृढ़ संकल्प और आत्मविश्वास के साथ प्रगति के मार्ग पर निरंतर अग्रसर है।