पुडुचेरी में तीन दिन के चिंतन से मध्य प्रदेश की तरक्की का रास्ता निकलेगा। यात्रा से सोमवार को मध्य प्रदेश लौट रहे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आत्मनिर्भर मध्य प्रदेश की नई इबारत लिखने के लिए रणनीति पर काम शुरू किया। इसके लिए सोमवार को सभी कैबिनेट एवं राज्यमंत्री, मुख्य सचिव, सभी विभागों के अपर मुख्य सचिव, प्रमुख सचिव, सचिव और विभागाध्यक्षों की बैठक बुलाई गई। बैठक में अनेक अहम पहलुओं पर चर्चा की गई। इसमें हितग्राही मूलक योजनाओं पर फोकस के साथ कानून व्यवस्था की स्थिति पर चर्चा की गई। इंदौर में होने वाले प्रवासी भारतीय सम्मेलन पर भी बैठक में चर्चा हुई।
इस बैठक में मुख्यमंत्री ने मध्य प्रदेश के विकास का नया माडल रखा। उन्होंने बताया कि चुनावी साल में कैसे काम करना है और किन क्षेत्रों में विशेष ध्यान देना है। इसमें मंत्रियों और सभी अधिकारियों की जिम्मेदारी भी तय की गई। मुख्यमंत्री सपरिवार 28 दिसंबर की रात पुडुचेरी गए। वहां वे महर्षि अरविंद के आश्रम में रुके और आध्यात्मिक शांति के साथ उन्होंने नए साल में सरकार की रणनीति पर भी चिंतन किया।