हर साल की तरह इस साल भी 1 फरवरी को भारत का आम बजट पेश किया जाएगा। बुधवार को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, 2024 से चुनाव से पहले मोदी सरकार के कार्यकाल का आखिरी पूर्ण बजट पेश करेंगी। अगर मौजूदा परिस्थितियों पर गौर करें, तो वैश्विक अर्थव्यवस्था मंदी के दबाव में है और रुपया तेजी से गिरता जा रहा है। वित्त मंत्री के सामने राजकोषीय घाटे को कम करने, बिना महंगाई बढ़ाए विकास कार्यों को बढ़ावा देने और ज्यादा से ज्यादा संसाधन जुटाने जैसी कड़ी चुनौतियां होगीं। आर्थिक सर्वे में कहा गया कि देश की आर्थिक वृद्धि दर 2023-24 में 6.5 प्रतिशत रहेगी, जबकि चालू वित्त वर्ष में यह 7 प्रतिशत रही। ऐसे में बजट 2023 में इस वृद्धि दर को सुनिश्चित करने वाले कदम भी शामिल किये जाएंगे।