भोपाल, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश की महिलाओं के आर्थिक एवं सामाजिक सशक्तिकरण के लिये 5 मार्च 2023 को लाँच की मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना के प्रति महिलाओं में काफी उत्साह देखने को मिल रहा है। योजना की लाँचिंग दिनांक से 18 अप्रैल तक एक करोड़ से अधिक महिलाओं ने अपना पंजीयन कराया है। योजना में 23 से 60 वर्ष तक की ऐसे परिवार जो आयकर दाता नहीं है, की महिलाएँ, परिवार में 5 एकड़ से कम भूमि है और घर में फोर व्हीलर वाहन नहीं है, को योजना में पात्र माना गया है। इन सभी बहनों के पंजीयन की कार्यवाही 30 अप्रैल तक जारी रहेगी।
योजना में 25 मार्च से शुरू हुई पंजीयन प्रक्रिया में अब तक एक करोड़ 52 हजार 223 महिलाओं ने अपना पंजीयन कराया है। इसमें भोपाल संभाग में 10 लाख 75 हजार 918, चम्बल में 5 लाख 80 हजार 58, ग्वालियर में 9 लाख 9 हजार 22, नर्मदापुरम में 4 लाख 36 हजार, इंदौर में 16 लाख 60 हजार 587, जबलपुर में 17 लाख 79 हजार 820, रीवा में 9 लाख 472, सागर में 10 लाख 95 हजार 571, शहडोल में 3 लाख 43 हजार 349 और उज्जैन संभाग में 12 लाख 71 हजार 426 महिलाएँ पंजीयन करवा चुकी हैं। पंजीयन प्रक्रिया में प्रत्येक आवेदक का ई-केवायसी अनिवार्य किया गया है।
मुख्यमंत्री चौहान योजना के क्रियान्वयन को लेकर काफी संवेदनशील और गंभीर है। उनके द्वारा जिलों में श्रंखलाबद्ध महिला सम्मेलन किये जा रहे हैं। इन सम्मेलनों में वे बहनों से रू-ब-रू होकर योजना के प्रावधानों की जानकारी दे रहे हैं, साथ ही बहनों के आवेदनों का पंजीयन भी करा रहे हैं। मुख्यमंत्री चौहान ने सभी जिला कलेक्टर्स को निर्देश दिये हैं कि सभी पात्र बहनों के बैंक खाते खुलवाये जाकर उनका पंजीयन और ई-केवायसी नि:शुल्क करवाया जाये। राज्य शासन द्वारा इसके लिये नि:शुल्क व्यवस्था की गई है। योजना में प्राप्त आवेदनों का मई माह में परीक्षण होगा और 10 जून से पात्र हितग्राही बहनों के खातों में एक-एक हजार रूपये आना शुरू हो जायेंगे।