पिछले पांच सालों में देश शेड्यूल्ड कमर्शियल बैंकों ने कुल 10 लाख 9 हजार 511 करोड़ रुपये के लोन को बट्टे खाते में डाल दिया है। इस बैलेंस को भी बही खाते से हटा दिया गया है। वित्त मंत्री निर्मला सितारमण (Nirmala Sitharaman) ने राज्यसभा (Rajya Sabha) में इसकी जानकारी दी। संसद में पिछले 5 साल का आंकड़ा पेश करते हुए वित्त मंत्री (Finance Minister) ने बताया कि पिछले पांच सालों से बैंकों में फंसे लोन को आरबीआई के दिशा-निर्देशों के अनुसार बट्टे खाते में ट्रांसफर कर दिया गया है। इसके साथ ही बैंकों ने अपने मौजूदा बही-खाते को दुरुस्त भी कर लिया है। रिजर्व बैंक के आंकड़ों के मुताबिक बैंकों ने पिछले पांच सालों में 10 लाख करोड़ से अधिक रकम के बट्टे खाते में डाल दिया गया है।