कोलार सिक्स लेन की जद में आये पथ विक्रेता और व्यापारी

भोपाल, सोमवार || उपनगर में 120 फ़ीट को चौड़ाई के साथ आगे बढ़ रही कोलार 6 लेन की रफ्तार में सड़क की जद में सैकड़ो व्यापरियों का निर्माण आ गया है।

कई स्थानों पर व्यापारी स्वयं तो कई स्थान पर प्रशासन की फटकार के बाद निर्माण हटाया जा रहा है।

Kolar six laneआज क्वालिटी होम से लेकर मंदाकिनी चौराहे तक पथ विक्रेता से लेकर कई अतिक्रमण कर गुमटी टापडी में व्यापार करने वाले आपाधापी के साथ जगह खाली करते देखें गये।

अपना व्यापार बंद कर रहे सांची पार्लर वाले का पूरा परिवार बेहद दुखी था चर्चा के दौरान परिवार फूटफूट के रोया, वही गाड़ी पंचर, रिपेयर का कार्य करने वाले व्यापारी ने कहा हमारा भविष्य में अंधेरा छा गया है।

 

पूर्व में हुजूर विधानसभा से कांग्रेस प्रत्याशी रहे नरेश ज्ञानचंदानी ने बेरोजगार हो रहे विक्रेताओं के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए कहा की कोलार के 6 लेन के निर्माण मे प्रशासन द्वारा व्यापारियों डर दहशत का माहौल पैदा किया जा रहा है। कोलार के 6 लेन को लेकर प्रशासन द्वारा बिना सोचे समझे की जा रहीं कार्यवाही से कोलार की जनता नाराज है।

ज्ञानचंदानी ने सवाल उठाए

कोलार में 6 लेन को लेकर प्रशासन दबाव मे आकर जल्दबाजी मे बिना नोटिस के व्यापारियों के दुकान और आमजनता के मकान तोड़ने जा रहे हैं जबकि तोड़ने से पहले नोटिस देकर कागजात की जांच होना चाहिए और उनको मुआवजे की प्रक्रिया को पूरा कर फिर कार्यवाही करना चाहिए ।

विधानसभा मे PWD मंत्री गोपाल भार्गव ने एक सवाल के जवाब मे कहा था कि किसी की संपत्ति को नुकसान नही पहुंचाया जाएगा इसीलिए नोटिस नही दे रहे है
यहां तो उल्टा हो रहा है निजी सम्पति को तोड़ा जा रहा है ।
क्या,ये विधानसभा की अवमानना का मामला नही बनता ?

विकास होता है जनता को राहत और सुविधा देने के लिए न कि किसी की रोजी रोटी छीनकर सड़क पर लाने के लिए।

अगर निर्माण तोड़ने ही था तो नियमानुसार पहले गजट नोटिफिकेशन जारी किया जाता फिर नोटिस देकर सुनवाई की जाती पर यहां तो सब कुछ मनमर्जी से किया जा रहा है ।

चूनाभटटी के रहवासी हाईकोर्ट से स्टे ले आएं जिसमें माननीय हाईकोर्ट ने भोपाल कलेक्टर से जांच समिति बनाकर फिर कार्यवाही करने का निर्देश दिया था। विषय पर प्रशासन का कहना है कि ये सिर्फ चूनाभटटी के लिए है कोलार के अन्य इलाके के लिए नही है जबकि कलेक्टर के अधीन पूरा क्षेत्र होता है ।

प्रशासन का कहना है कि हम ज्यादा F.A.R देंगे जबकि बिल्डर ने नीचे दुकान और ऊपर तीन फ्लोर फ्लैट बनाकर बेच दिये अब प्रशासन से सवाल है कि किसको FAR देंगे वो तय करना सरकार के लिए मुशिकल हैं। तीन मंजिला के फ्लैट के रहवासी बेघर हो जाएंगे और सड़क पर आ जाएंगे क्या इसको विकास कहते हैं?

चूनाभटटी के रहवासी दुखी होकर हाईकोर्ट से स्टे ले आएं जिसमे माननीय हाईकोर्ट ने भोपाल कलेक्टर से जांच समिति बनाकर फिर कार्यवाही करने का निर्देश दिया था
पर प्रशासन का कहना है कि ये सिर्फ चूनाभटटी के लिए है कोलार के अन्य इलाके के लिए नही है जबकि कलेक्टर के अधीन पूरा क्षेत्र होता है ।

प्रशासन का कहना है कि हम ज्यादा F.A.R देंगे जबकि बिल्डर ने नीचे दुकान और ऊपर तीन फ्लोर फ्लैट बनाकर बेच दिये अब प्रशासन से सवाल है कि किसको FAR देंगे वो तय करना सरकार के लिए मुशिकल है
और तीन मंजिला के फ्लैट के रहवासी बेघर हो जाएंगे और सड़क पर आ जाएंगे क्या इसको विकास कहते हैं

नरेश ज्ञानचंदानी ने प्रशासन को कहा है कि किसी के दबाव मे आकर इस तरह जनता को परेशान न किया जाए। पहले गजट नोटिफिकेशन निकाला जाए या विधानसभा मे मंत्री के बयान के आधार पर समाधान निकालकर फिर कार्यवाई हो ।

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